जब बुद्ध ने एक अछूत कन्या को कुंए से पानी पिलाने को कहा - Latest News Meri Aawaz

Latest News Meri Aawaz

Latest Braking News World and India, Bollywood, Hollywood, Cricket, Entertainment, Career, Make Money, Success Story and Many more.

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Saturday 23 June 2018

जब बुद्ध ने एक अछूत कन्या को कुंए से पानी पिलाने को कहा

किसी का अस्तित्व और पहचान उसके गुणों से ही होती है न कि धर्म या जाति से.

News18Hindi 
Updated: June 22, 2018, 5:11 PM IST
जब बुद्ध ने एक अछूत कन्या को कुंए से पानी पिलाने को कहा
एक बार वैशाली के बाहर जाते हुए गौतम बुद्ध ने देखा कि कुछ सैनिक तेजी से भागती हुई एक लड़की का पीछा कर रहे हैं. वह डरी हुई लड़की एक कुएं के पास जाकर खड़ी हो गई. वह हांफ रही थी और प्यासी भी थी. बुद्ध ने उस बालिका को अपने पास बुलाया और कहा कि वह उनके लिए कुएं से पानी निकाले, खुद भी पिए और उन्हें भी पिलाये. इतनी देर में सैनिक भी वहां पहुंच गये. बुद्ध ने उन सैनिकों को हाथ के संकेत से रुकने को कहा.उनकी बात पर वह कन्या कुछ झेंपती हुई बोली “महाराज! मै एक अछूत कन्या हूँ. मेरे कुएं से पानी निकालने पर जल दूषित हो जाएगा.”
बुद्ध ने उस से फिर कहा “पुत्री, बहुत जोर की प्यास लगी है, पहले तुम पानी पिलाओ.

इतने में वैशाली के राजा भी वहां आ पहुंचे. उन्हें बुद्ध को नमन किया और सोने के बर्तन में केवड़े और गुलाब का सुगन्धित पानी पानी पेश किया. बुद्ध ने उसे लेने से इंकार कर दिया. बुद्ध ने एक बार फिर बालिका से अपनी बात कही. इस बार बालिका ने साहस बटोरकर कुएं से पानी निकल कर स्वयं भी पिया और गौतम बुद्ध को भी पिलाया.
पानी पीने के बाद बुद्ध ने बालिका से डर का कारण पूछा. कन्या ने बताया मुझे संयोग से राजा के दरबार में गाने का अवसर मिला था. राजा ने मेरा गीत सुन मुझे अपने गले की माला पुरस्कार में दी. लेकिन उन्हें किसी ने बताया कि मै अछूत कन्या हूं. यह जानते ही उन्होंने अपने सिपाहियों को मुझे कैद खाने में डाल देने का आदेश दिया. मैं किसी तरह उनसे बचकर यहां तक पहुंची थी.

इस पर बुद्ध ने कहा, “सुनो राजन! यह कन्या अछूत नहीं है, आप अछूत हैं. जिस बालिका के मधुर कंठ से निकले गीत का आपने आनंद उठाया, उसे पुरस्कार दिया, वह अछूत हो ही नहीं सकती.”

इस प्रसंग की सीख है कि किसी का अस्तित्व और पहचान उसके गुणों से ही होती है न कि धर्म या जाति से. किसी का उपहास करने से पहले उस व्यक्ति के भीतर झांकना जरूरी है.
from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2tu2UBL

No comments:

Free Bitcoin and Top Crypto

Free Bitcoin and Top Crypto
CoinpayU is a best and safe platform for earn free crypto daily

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages